Thursday 18 June 2015

प्यासा था मैं हर उस लड़की के लिए जो चूत की मालकिन थी


प्यासा था मैं, हर उस लड़की के लिए जो चूत की मालकिन थी चाहे वो षोड्शी हो या बड़ी उम्र की आंटी ! सबको देख कर मेरा लण्ड खड़ा हो जाता था ! क्या करूँ? कुछ समझ नहीं आ रहा था मुझको !
मैं तो किसी ना किसी को चोदना चाह रहा था ! क्या करूँ, मेरी उमर ही ऐसी है ! लण्ड का खड़ा होना तो आम बात है ना !
मेरा भारतीय काला लण्ड जिसको बहुत बार मैंने अपने हाथों से हिलाया है !
मेरा नाम राजीव NIT के दूसरे साल में हूँ, अच्छा दिखता हूँ, बहुत पढ़ाई भी की, लेकिन कोई लड़की नहीं मिली तो खुद अपने अंग को हिलाना पड़ा। NIT में भी कोई लड़की अच्छी नहीं मिली, जो मिली उसको कोई सेट कर चुका है लेकिन चोदना तो है मुझको !
तो क्या करूँ ! मैं बस दिमाग चला रहा था कि मेरा एक दोस्त आ गया एक अखबार लेकर ! एक विज्ञापन था उसमें किसी ऐसे नेटवर्क का जो लड़कियों का जुगाड़ करता था।
जैसी लड़की चाहिए मिलेगी, स्टूडेंट, वर्किंग, हाउसवाइफ़ और भी बहुत कुछ !
मेम्बरशिप : 1500 रूपए
तो क्या ! कॉल किया !
राजीव- मैं राजीव बोल रहा हूँ, आपका कोई विज्ञापन आया था आज के पेपर में !
मैडम- हाँ ! आप कहाँ से बोल रहे हो?
राजीव- जमशेदपुर !
मैडम- ओह, जमशेदपुर में कहाँ से?
राजीव- एन आइ टी से !
मैडम- आपको मेम्बरशिप के लिए 1500 रुपए अकाउंट में जमा करने होंगे, फिर हम आपको यहाँ से गर्ल्स के नंबर देंगे फ्रेंडशिप के लिए और आप अपनी फ्रेंडशिप को कहाँ से कहाँ ले जाते हो, वो आप पर डिपेंड करता है !
राजीव- ओके मैडम ! मैं मेम्बरशिप लेना चाहता हूँ !
मैडम- मेरा नाम पायल है, आप बैंक में इस अकाउंट में पैसे जमा करके फ़ोन करें।
राजीव- ओके मैडम !
पैसा डालने के बाद:
राजीव- मैंने पैसे जमा कर दिए हैं 5 मिनट पहले !
मैडम- हाँ मुझको मिल गया है, मैं आपको छः महीने के लिए मेम्बरशिप दे रही हूँ, कभी भी आप मुझको कॉल करके नंबर ले सकते हो !
राजीव- मुझको तो अभी दो आप बस…!
मैडम- ********** यह नंबर है एन आइ टी का ही ! उम्र है 26 साल, नाम है ज्योति जो एन आई टी में ही रहती है !
राजीव- नंबर क्या यही है??
मैंने नम्बर चैक किया।
मैडम- हाँ हाँ हाँ ! यही नंबर है।
राजीव- हाँ ठीक है… बाय ! फिर बात करूँगा आप से !
मैडम- बाय !
अब मैंने ज्योति को फ़ोन किया।
थोड़ा डरा हुआ थ, क्या होगा पता नहीं !
…कालिंग ज्योति…
ज्योति- हेल्लो !
राजीव- हाँ, आप ज्योति हो?
ज्योति- हाँ, आप कौन?
राजीव- मैं राजीव, *** नेटवक से आपका नंबर मिला है मुझको फ्रेंडशिप के लिए…
ज्योति- ओह ! आप राजीव हो ! कहाँ से?
राजीव- एन आई टी से…
ज्योति- ओके ! अच्छा है, फिर तो पास-पास हैं !
राजीव- आप भी एन आई टी से हो?
ज्योति- हाँ ! देखो सही सही बता देती हूँ, मुझको चुदवाना है… आप कब चोद सकते हो, बता दो?
राजीव- मेरा तो अभी ही लण्ड खड़ा हो गया है।
ज्योति- ओके ! फिर दो दिन बाद मिलते हैं आपसे चोदने के लिए !
राजीव- ओके…
मैं फ़ोन काट देता हूँ।
दो दिन बाद मैंने ज्योति को फ़ोन कर के एक होटल में बुला लिया, मैं पहली बार चोदने जा रहा था, मुझको नहीं पता था कि मेरा लण्ड यह सब कर सकता है या नहीं ! क्या पता मुझको यह सब अच्छा लगे या नहीं ! बहुत बार पोर्न विडियो देख कर अपना हिला चुका था मैं ! मेरा लण्ड थोड़ा मुड़ा हुआ भी था…
शाम साढ़े छः बजे मैं होटल में अपने कमरे में था, ज्योति आने वाली थी, चार कोडंम लेकर आया था मैं !
दरवाजा खुला, एक औरत मेरे सामने थी, चुच्चे बड़े थे और गांड तो दिख नहीं रही थी, तो वो भी अच्छी ही लग रही थी।
उन्होंने बोला- आप राजीव हो?
मैं डरते हुए- हाँ !
वो मेरे वापिस आई और बोली- पहली बार?
मेरा जवाब फ़िए से हाँ था…
वो मेरे पास आई और लंड को हाथ लगाया और बोली- काफी बड़ा है !
इतने में मेरा शायद निकल चुका था…
मैं बिल्कुल डरा हुआ था, मैं कुछ भी नहीं कर पा रहा था…
ज्योति ने धीरे से मेरी जींस निकाली, अब मैं बस अपनी ब्रीफ में था…
ब्रीफ पूरी गीली हो चुकी थी…
अब ज्योति जी ने मेरी ब्रीफ भी निकाल दी, लंड मेरा खड़ा था, ज्योति ने उसे मुँह में ले लिया।
ऐसा लग रहा हो जैसे कोई मुलायम चीज़ में मेरा लण्ड हो।
हाँ ! हाँ ! हाँ !
बड़ा अच्छा लग रहा था…
बस 2-3 बार करने पे ही मेरा निकल गया।
शायद ज्योति को बहुत बुरा लगा, लेकिन वो खुश थी इतना नया लंड चूस कर !
फिर ज्योति ने मेरा लंड दो बार और चूसा।
उस दिन मैंने बस ज्योति को लण्ड चूसते देखा और कुछ नहीं हुआ क्यूंकि मैं बहुत डरा हुआ था तो कुछ बोल नहीं पाया।
एक लड़की ने मुझको चोद दिया !
यह कहानी कल की है और आज मैं लिख रहा हूँ, मुझको आज ज्योति ने फ़िर बुलाया है, और मुझको जाना भी है

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